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राजस्थान का शैक्षणिक परिदृश्य राजस्थान में शिक्षण अधिगम के नवाचार भाग 2

शैक्षणिक परिदृश्य राजस्थान में शिक्षण अधिगम के नवाचार भाग 2


        शिक्षा दर्शन

शिक्षा दर्शन की शुरुआत 1 जून 2020 से 
इनका ध्येय वाक्य -
बच्चों देखो ज्ञान बढ़ाओ
पढ़ते जाओ बढ़ते जाओ

सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सहयोग से राजस्थान के शिक्षा विभाग द्वारा कक्षा 1 से बारहवीं तक के छात्रों के लिए शिक्षा दर्शन कार्यक्रम आरंभ किया गया कार्यक्रम का प्रसारण 1 जून 2020 से डीडी राजस्थान चैनल पर तीन भागों में होगा शिक्षा दर्शन के कार्यक्रम प्रतिदिन 195 मिनट प्रसारित होते हैं यह डी डी राजस्थान पर प्रसारित किया जाने वाला  शैक्षणिक कार्यक्रम है इसके अंतर्गत प्रतिदिन सवा 3 घंटे कक्षा 1 से बारहवीं तक के लिए पाठयसामग्री का प्रसारण किया जाता है तथा शनिवार को नो  बैग डे पर कैरियर ,कला ,क्राफ्ट, समाज उपयोगी उत्पादक कार्य ,जीवन उपयोगी एपिसोड का प्रसारित किया जाता है


शिक्षा वाणी
 

शिक्षा वाणी की शुरुआत 11 मई 2020 को हुई
इनका ध्येय वाक्य है
प्यारे बच्चे कान लगाओ
पढ़ते जाओ बढ़ते जाओ।

रेडियो के माध्यम से इस शैक्षणिक कार्यक्रम का प्रसारण प्रतिदिन 55 मिनट किया जाता है इसमें कक्षा 1 से2 के लिए मीना की कहानियां व कक्षा तीन से 12 के लिए पाठ्यक्रम आधारित सामग्री का प्रसारण किया जाता है आकाशवाणी के 25 केंद्रों और न्यूज़ ऑन एयर ऐप के माध्यम से भी सुना जा सकता है दूरदराज के क्षेत्रों में इंटरनेट की सीमित उपलब्धता के कारण शिक्षा विभाग रेडियो के माध्यम से 55 मिनट एक शैक्षणिक कार्य प्रसारण 11 मई 2020 से प्रतिदिन प्रातः 11:00 से 11:55 तक कक्षा 1 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए पाठ्यक्रम आधारित श्रव्य पाठों का प्रसारण शिक्षा वाणी के माध्यम से किया जाता है इनका सप्ताहिक प्रसारण कार्यक्रम विभिन्न विभागीय व्हाट्सएप ग्रुप व अन्य माध्यमों से सभी को उपलब्ध कराएं जाता है

शिक्षा दर्शन व शिक्षा वाणी के द्वितीय चरण की शुरुआत 21 जून 2021 को हुई जिसके तहत शिक्षा दर्शन का प्रसारण 60 दिन तक 3 सितंबर 2021 तक किया गया तथा शिक्षा वाणी का प्रसारण 90 एपिसोड के रूप में 11 अक्टूबर 2021 तक किया गया

शिक्षा दर्शन हुए शिक्षा वाणी के उद्देश्य

1.कोरोनावायरस शिक्षा की निरंतरता सुनिश्चित करना

2.रेडियो व टीवी के माध्यम से शिक्षण सामग्री का प्रसारण करना

3.दृश्य श्रव्य संसाधनों के माध्यम से शैक्षणिक सामग्री को रोचक तरीके से विद्यार्थियों तक प्रसारित करना

    

.ई कक्षा/ मिशन ई विद्यालय

राजस्थान सरकार द्वारा कोरोना काल में विद्यार्थियों को निशुल्क डिजिटल प्लेटफॉर्म पर शिक्षा प्रदान करने के लिए 15 अक्टूबर 2020 से की कक्षा यूट्यूब चैनल एवं ऐप का शुभारंभ किया मिशन ई विद्यालय के तहत चरणबद्ध रूप से डिजिटल प्लेटफॉर्म का विकास किया गया
 

भागीदारी -राजस्थान सरकार का शिक्षा विभाग ,केयर्न ऑयल एंड गैस, वेदांता लिमिटेड व मिशन ज्ञान ट्रस्ट


    नो बैग डे
 

राज्य सरकार द्वारा बच्चों को खेल खेल में शिक्षा बच्चों के स्कूल की तीव्र को कम करने तथा बच्चों के ठहराव को सुनिश्चित करने के लिए विद्यालय में शनिवार के दिन  नो बैग डे कार्यक्रम की शुरुआत की गई यह कार्यक्रम सत्र 2021-22 से प्रत्येक सप्ताह के शनिवार को बस्ता मुक्त दिवस के रूप में मनाया जाता है नो बैग डे का उद्देश्य विद्यार्थियों के समग्र विकास एवं अंतर्निहित क्षमताओं को पहचान अध्ययन अध्यापन के पारस्परिक तरीकों से इतर सहगामी क्रियाओं के माध्यम से सीखने सिखाने की प्रक्रिया को आनंददायी बनाना है

1.प्रथम शनिवार            राजस्थान को पहचानो

2.द्वितीय शनिवार           भाषा कौशल का विकास

3.तृतीय शनिवार         खेलेगा राजस्थान बैढे़गा राजस्थान

4.चतुर्थ शनिवार             मैं वैज्ञानिक बनूंगा

5.पंचम शनिवार                बालसभा मेरे अपनों के साथ

नो बैग डे आनंददाई तरीके से सीखने सिखाने की प्रक्रिया कक्षावार न होकर कक्षा समूह वार होती है

अंकुर -                 कक्षा एक से दो

प्रवेश -                 कक्षा 3 से 5

दिशा      -            कक्षा 6 से 8

क्षितिज     -         कक्षा 9 से 10

उन्नति       -         कक्षा 11 से 12



                  दीक्षा पोर्टल

केंद्रीय मानव संसाधन और विकास मंत्रालय ने 5 सितंबर 2017 को शिक्षकों के लिए राष्ट्रीय डिजिटल माध्यमिक शिक्षा पोर्टल की शुरूआत की दीक्षा पोर्टल का विकास हुआ
नेशन वन प्लेटफार्म के आधार पर एनसीईआरटी द्वारा किया गया इस पोर्टल के माध्यम से शिक्षक गुणवत्ता वाली सामग्री ले सकते हैं और सामग्री को कई लोगों में बांटा जा सकता है और बुनियादी ढांचा मल्टीचैनल है जिसका मतलब है कि यह  पी सी, मोबाइल फोन ,टेबलेट आदि जैसे विभिन्न प्रारूपों का पर पहुंचाया जा सकता है
दीक्षा पोर्टल ओपन सोर्स तकनीकी पर आधारित है जो मेड इन इंडिया एंड मेड फॉर इंडिया की अवधारणा विकसित  है शिक्षा पोर्टल 18 से अधिक भाषाओं में सामग्री उपलब्ध है दीक्षा पोर्टल स्कूल शिक्षा बुनियादी शिक्षा व समावेशी शिक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है


       दीक्षा पोर्टल का उपयोग

शिक्षक प्रशिक्षण एवं नेतृत्व क्षमता का प्रशिक्षण प्रदान करना
पाठ योजना तैयार करना हुए शिक्षण उपकरण के रूप में उपयोग
व्याख्या सामग्री उपलब्ध कराना
अभ्यास व गृह कार्य प्रदान करना
प्रश्न बैंक व परीक्षा तैयारी
क्वीज प्रतियोगिता

          

     दीक्षा राइज
 

यह राजस्थान राज्य के शिक्षकों का ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है शिक्षा विभाग में एनसीटीई द्वारा तैयार किया गया है
आदर्श वाक्य -हमारे शिक्षक, हमारे नायक


        दीक्षा राइज का राज्य में विकास  

आरएससीईआरटी(RSCERT) उदयपुर के प्रभाग चार सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी प्रभाग अजमेर द्वारा किया जा रहा है

             दीक्षा राइज के उद्देश्य

1.शिक्षकों को गुणवत्ता युक्त मंच प्रदान करना

2.शिक्षकों का व्यक्तिगत एवं व्यवसायिक विकास करना

3.e-content व ई बुक उपलब्ध कराना

4.ऑनलाइन शिक्षक प्रशिक्षण प्रदान करना

5.कक्षा 1 से 12 की पाठ्य पुस्तकों पर qr-code उपलब्ध कराना और कठिन बिंदु चिन्हित है

               

           

    दीक्षा राइज के लाभ

1.डिजिटल शिक्षा की अवधारणा ई कंटेंट उपलब्ध कराना

2.शिक्षकों विद्यार्थियों अभिभावकों तथा संस्था प्रधानों को सहायता

3.उच्च गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का मंच

4.पूर्व प्राथमिक शिक्षा से कक्षा 12 के लिए उपयोगी

5.विभिन्न प्रकार की शिक्षक प्रशिक्षण ऑनलाइन आउटलाइन उपलब्ध कराना जैसे निष्ठा


                राजीव गांधी कैरियर पोर्टल


राजीव गांधी कैरियर पोर्टल की शुरूआत 6 फरवरी 2019 को की गई राजस्थान सरकार ने रोजगार उन्मुख शिक्षा के क्षेत्र में पहल करते हुए कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए कैरियर मार्गदर्शन विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं स्कॉलरशिप रोजगार पाठ्यक्रमों के बारे में ऑनलाइन जानकारी उपलब्ध कराने के लिए यूनिसेफ के सहयोग से राजीव गांधी कैरियर गाइडेंस पोर्टल तैयार किया गया है इस पोर्टल के माध्यम से छात्र हिंदी में अंग्रेजी भाषाओं में 14 देशों से क 200 से अधिक व्यवसायिक पाठ्यक्रम 237 प्रोफेशन 10,000 से अधिक महाविद्यालय व विश्वविद्यालय 660 से अधिक छात्र वृतियां तथा प्रवेश परीक्षाओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण 10 अप्रैल 2020 से प्रत्येक सोमवार बुधवार और शुक्रवार को शाम 5:00 बजे यूट्यूब पर लाइव काउंसलिंग सेशन आयोजित किए जा रहे हैं

         

        ज्ञान संकल्प पोर्टल एवं मुख्यमंत्री विद्यादान कोष
ज्ञान संपर्क पोर्टल की शुरूआत 5 अगस्त 2017 को की गई यह राजस्थान प्रदेश का एक पोर्टल है जहां सरकारी स्कूलों के बुनियादी ढांचे के विकास आर्थिक संपन्न लोग सरकारी स्कूलों की सहायता करने के लिए स्कूलों को गोद ले सकते हैं या फंडिंग कर सकते हैं ज्ञान संकल्प पोर्टल के माध्यम से किसी भी तरह की वित्तीय सहायता 80G के तहत कर में लाभ के लिए माने जाएगी


           शाला दर्पण

राजस्थान सरकार ने 12 फरवरी 2016 को शाला दर्पण पोर्टल को लॉन्च किया राजस्थान सरकार द्वारा e-governance को बढ़ावा देने के लिए पोर्टल की शुरूआत की गई पोर्टल पर विद्यालय शिक्षक एवं विद्यार्थियों के संपूर्ण सूचना मिलती है

         शाला दर्पण का उद्देश्य

1.राजकीय विद्यालय के विद्यार्थियों शिक्षकों और विद्यालयों की संपूर्ण सूचनाओं को कंप्यूटरीकृत करना

2. ई गवर्नेंस को बढ़ावा देना

3. विद्यालय स्तर राज्य स्तर तक शैक्षणिक व्यवस्था की प्रभावी मॉनिटरिंग करना

4. शैक्षणिक सूचनाओं को अद्यतन करना

5. विद्यालय की शैक्षणिक सहशैक्षणिक और भौतिक सुविधाओं की सूचना एकत्रित करना

                     पीएम ई विद्या योजना

भारत के सभी विद्यार्थियों को कोरोना संक्रमण से बचाव और शैक्षणिक विकास के लिए 30 मई 2020 को पीएम ई विद्या योजना पोर्टल का शुभारंभ किया गया अब बच्चे स्कूलों में नहीं बल्कि घर पर अपने टेलीविजन पर कक्षा 1 से 12 तक की पढ़ाई कर सकेंगे भारत सरकार ने ई विद्या योजना के तहत वन क्लास वन चैनल कार्यक्रम को विस्तार देते हुए 12 के स्थान पर 200 चैनलों पर क्षेत्रीय भाषाओं में पढ़ाई कराई जाएगी


                   राज ई ज्ञान पोर्टल

राजस्थान सरकार ने 12 फरवरी 2016 को राज  ई ज्ञान पोर्टल को लांच किया इस पोर्टल पर कक्षा 1 से 12 की पाठ्यपुस्तक के संदर्भ ,साहित्य, ऑडियो ,वीडियो उपलब्ध है पोर्टल के माध्यम से विद्यार्थी व शिक्षक ऑनलाइन पाठ्य सामग्री प्राप्त कर सकते हैं

                         निष्ठा प्रशिक्षण

दीक्षा पोर्टल के माध्यम से देश के शिक्षकों व संस्था प्रधानों को निष्ठा का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है निष्ठा प्रशिक्षण केंद्र सरकार का मुफ्त शिक्षक प्रशिक्षण प्रोग्राम है यह प्रशिक्षण निष्ठा योजना 2020 के नाम से जाना जाता है इस योजना का शुभारंभ केंद्र सरकार द्वारा एक राष्ट्रीय पहल के रूप में किया गया इस योजना के अंतर्गत देश के शिक्षकों व संस्था प्रधानों को प्रशिक्षण देने का प्रावधान रखा गया इनका हिंदी में अर्थ स्कूल प्रमुखों व शिक्षकों की समग्र उन्नती की राष्ट्रीय पहल होता है


        गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए राज्य की पहल,(SIQE)

राज्य में संचालित समस्त राजकीय प्राथमिक उच्च प्राथमिक माध्यमिक व उच्च माध्यमिक के विद्यार्थियों की शैक्षणिक स्तर उन्नयन के लिए  एस आई क्यू ई कार्यक्रम चलाया गया है जिसके अंतर्गत शिक्षकों की क्षमता वर्धन के साथ-साथ बाल केंद्रित पेडोलोजी के आधार पर सतत एवं व्यापक मूल्यांकन प्रक्रिया (सीसीई) तथा गतिविधि आधारित शिक्षण (एबीएल) प्रक्रिया को अपनाया

राज्य में सत्तत एव व्यापक मूल्यांकन प्रक्रिया चरणवार लागू हुई प्रथम चरण सत्र 2010-11 में कक्षा 1 से 5 तक जयपुर व अलवर के 60 विद्यालयों में एक पायलट प्रोजेक्ट के तहत प्रारंभ की

राज्य में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए अप्रैल 2015 में राजस्थान माध्यमिक शिक्षा परिषद जयपुर निदेशालय माध्यमिक शिक्षा बीकानेर एसआईईआरटी उदयपुर बोध शिक्षा समिति एवं यूनिसेफ के मध्य एस आई क्यू ई के संचालन के लिए एक एमओयू किया गया

राज्य में एस आई क्यू ई का संचालन 2015-16 से किया गया जो सतत एवं व्यापक मूल्यांकन में ही परिवर्तित रूप है


       कार्यक्रम का क्रियान्वयन
 

कार्यक्रम का संचालन व शैक्षणिक कार्य संयुक्त रूप से निदेशालय प्रारंभिक व माध्यमिक शिक्षा राजस्थान बीकानेर द्वारा किया जाता है कार्यक्रम संचालन के लिए प्रशिक्षण व कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने का कार्य राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद जयपुर के माध्यम से किया जाता है संयुक्त रूप से निदेशालय प्रारंभिक एवं माध्यमिक शिक्षा राजस्थान बीकानेर राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद जयपुर और एससीईआरटी उदयपुर द्वारा किया जाता है
एस आई क्यू ई के अंतर्गत सीसीई सीसीपी एबीएल के साथ एफ एल एन को भी शामिल कर दिया गया है


        राजस्थान के शिक्षा में बढ़ते कदम,,(RKSMBK)

राजस्थान सरकार ने बच्चों के लर्निंग लोस की पूर्ति लर्निंग की पुन प्राप्ति विद्यार्थियों के सर्वागीण विकास के लिए राजस्थान में शिक्षा के बढ़ते कदम कार्यक्रम का 11 जुलाई 2022 को शुभारंभ किया गया
 

     कार्यक्रम के प्रमुख बिंदु

कोरोना  के कारण हुए लर्निंग लोस को पूरा करने के लिए शिक्षा सत्र 2022- 23 में कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों हेतु रिमेडिएशन कार्यक्रम राजस्थान के शिक्षा में बढ़ते कदम शुरू किया गया
इस कार्यक्रम के तहत ब्रिज कोर्स में रहने की वजह सीखने पर बल दिया गया है
योजना अंतर्गत 75 लाख से अधिक विद्यार्थियों के लिए दक्षता आधारित पुस्तक कार्य पुस्तिकाएं तैयार की जाएंगी और वर्ष में तीन बार दक्षता का आकलन किया जाएगा
इस कार्यक्रम के तहत नियमित शिक्षक अभिभावक बैठकों के साथ विद्यार्थियों के दक्षता आधारित रिपोर्ट कार्ड बनाए जाएंगे

        

    कार्य  पुस्तिका
इस कार्यक्रम के दौरान कक्षा 1 से 8 तक के समस्त विद्यार्थियों द्वारा निम्न वर्क बुक का उपयोग किया जाएगा

1. प्रथम              कक्षा एक

2. पल्लव            कक्षा दो

3. पहल              कक्षा 3

4. प्रयास              कक्षा 4 व 5

5. प्रवाह              कक्षा 6 व 7

6. प्रखर              कक्षा 8



                शिक्षक ऐप

5 सितंबर 2022 को राजस्थान के शिक्षा में बढ़ते कदम(RKSMBk) ऐप शिक्षा मंत्री द्वारा लांच किया गया इस ऐप के माध्यम से शिक्षक अपनी कक्षा के विद्यार्थियों का योगात्मक मूल्यांकन ने प्रदर्शन की जानकारी प्राप्त करेंगे विद्यार्थियों के प्रदर्शन के आधार पर अब यह भी दिखाएगा कि उन्हें कितने लर्निंग लेवल के समूह में विभाजित किया जाना चाहिए सुधार योग्य दक्षता को फिर से पढ़ाने के लिए ऐप के माध्यम से शिक्षकों को एक सिखाई की यात्रा दिखाई जाएगी

स्माइल व हवामहल कार्यक्रम के लिए:-शिक्षण अधिगम में नवाचार भाग 1








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