बिस्मार्क सरदार वल्लभभाई पटेल से समानता एक भ्रम है कुछ इतिहासकार विद्वान और पत्रकार बार-बार यह बात ठोकने की कोशिश करते हैं कि सरदार पटेल बिस्मार्क है सरदार पटेल को बिस्मार्क के समकक्ष रखकर वे उनका कद और ऊंचा कर रहे हैं यह सब भ्रम व पाले हुए हैं बिस्मार्क ने जर्मनी का एकीकरण किया और सरदार पटेल ने भारत का एकीकरण किया इन दो समानता के कारण भोले भोले कलम जीवी भ्रम में पड़ जाते हैं जर्मनी मुश्किल से दो तीन दर्जन राज्यों में था और उसमें भी रक्त रंजीत खींचतान चल रही थी बिस्मार्क ने अन्य राज्यों पर बहुत ही घातक विजय प्राप्त की भयंकर कत्लेआम किया और तलवार के दम पर एकीकरण के नाम पर समय सम्राट पर बैठा लेकिन सरदार वल्लभभाई पटेल ने 562 रियासतों को भी बिना खून खराब ह के भारतीय सघं मिला दिया जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी
भारत सरकार के गृह मंत्री के रूप में उन्होंने अपने को लौह पुरुष सिद्व कर दिया किंतु उससे भी महत्वपूर्ण बात यह थी कि रियासतो की समस्या को चुटकी में सुलझा दिया इस प्रकार हम कह सकते हैं कि बिस्मार्क ने तलवार के दम पर जर्मनी का एकीकरण किया था ओैर सरदार वल्लभभाई पटेल ने कूटनीति के दम पर भारत का एकीकरण किया था सरदार पटेल ने लगभग केवल 4 माह से भी कम समय में एक भी कड़ा शब्द कहे बिना केवल देश भक्ति भावना जागृत करके सभी रियासतों को भारत संघ में शामिल कर लिया इस प्रकार सरदार पटेल की बिस्मार्क से समानता करना एक भ्रम है
राजेश कुमार ं राजनीतिक विश्लेषक&लेखक
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