राजस्थान की प्रथम व इतिहास में प्रसिद्ध महिलाएं
राजस्थान की इतिहास में प्रसिद्ध महिलाएं अंजना देवी चौधरी इनका जन्म सीकर के श्रीमाधोपुर में 18 97 ईस्वी को हुआ राजस्थान के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी रामनारायण चौधरी की पत्नी थी इन्होंने 1921 से 1924 ईस्वी में मेवाड़ व बूंदी क्षेत्रों की महिलाओं में राजनीतिक चेतना जागृत की तथा सत्याग्रह आंदोलनों में भाग लिया इन्होंने 1924 ईस्वी में बिजोलिया किसान आंदोलन में भाग लेते हुए 500 महिलाओं के नेतृत्व में जुलूस का नेतृत्व करते हुए गिरफ्तारी दी! अंजना देवी चौधरी राजस्थान में स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान गिरफ्तार होने वाली प्रथम महिला थी इन्होंने बेगू चित्तौड़गढ़ किसानों आंदोलन में भी सत्याग्रही महिलाओं का नेतृत्व किया 1934 से 36 ईस्वी तक अजमेर के नारेली आश्रम में रहकर हरिजन सेवा कार्यों में भाग लिया ! किशोरी देवी इनका जन्म दुलारो का बास झून्झूनू जिले में हुआ यह शेखावटी के स्वतंत्रता सेनानी सेनानी हरदयाल सिंह खर्रा की पत्नी थी इन्होने अपने पति के साथ शेखावटी क्षेत्र में जागीर प्रथा के विरोध में हुए आंदोलन में भाग लिया इन्होंने सीहोर ठाकुर द्वारा सोतिया का बास नामक गांव में जाट महिलाओं से किए गए दुर्व्यवहार के विरोध में 25 अप्रैल 1934 ईस्वी को सीकर के कटराथल गांव में 10000 महिलाओं के विशाल सम्मेलन की अध्यक्षता की इन्होंने महिलाओं का समूह बनाकर जयपुर में सत्याग्रह किया जानकीदेवी बजाज इनका जन्म जावरा मध्य प्रदेश में 18 93 ईस्वी में हुआ इनके पिता गिरधारी लाल मूल रूप से लक्ष्मणगढ़ सीकर के निवासी थे यह सेठ जमनालाल बजाज की धर्मपत्नी थी कांग्रेस के नमक सत्याग्रह 1930 ईस्वी के दौरान 6 माह का कारावास दिया गया था इन्होने 1944 ईस्वी में जयपुर प्रजामंडल में अधिवेशन की अध्यक्षता की उन्होंने महिलाओं में जनजागृति पैदा की तथा सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाई जानकी देवी ने विनोबा भावे के सानिध्य में गौ सेवा का कार्य किया उनके भूदान आंदोलन के दौरान अनेकों कुओं का निर्माण करवाया जमनालाल बजाज जी के निधन के बाद यह गौ सेवा संघ की अध्यक्षता बनी 1956 ईस्वी में इन्हें भारत सरकार ने पदम -विभूषण से अलंकृत किया यह पद्म विभूषण प्राप्त करने वाली राजस्थान की प्रथम महिला थी श्रीमती रतन शास्त्री इनका जन्म खाचरोद मध्य प्रदेश में 15 अक्टूबर 1912 ईस्वी को हुआ यह हीरालाल शास्त्री की धर्मपत्नी थी इन्होंने बालिकाओं की शिक्षा के लिए अपने पति के साथ टोंक के वनस्थली में शांताबाई शिक्षा कुटीर नामक विद्यालय की स्थापना की जो वर्तमान में वनस्थली विद्यापीठ के नाम से प्रसिद्ध है इन्होंने 1939 ईस्वी में जयपुर राज्य प्रजामंडल के सत्याग्रह आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लिया भारत छोड़ो आंदोलन 1942 ईस्वी के समय भूमिगत कार्यकर्ताओं तथा उनके परिवारों की सेवा की इन्हें भारत सरकार द्वारा 1955 में पद्मश्री व 1975 ईस्वी में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया यह पदम श्री से सम्मानित होने वाली राजस्थान की प्रथम महिला थी नारायणी देवी वर्मा यह माणिक्य लाल वर्मा की धर्मपत्नी थी इनका जन्म सिंगोली मध्य प्रदेश में हुआ इन्होंने अपने पति के साथ किसान सत्याग्रह व भारत छोड़ो आंदोलन समाज सुधार तथा बिजोलिया आंदोलन में भाग लिया नारायण देवी ने महिला शिक्षा व जागृति के लिए भीलवाड़ा में 1944 ईस्वी में महिला आश्रम की स्थापना की! बिजोलिया किसान आंदोलन के समय इन्हें बंदी बनाकर कुंभलगढ़ किले में रखा गया था! स्वतंत्रता के बाद 1970 ईस्वी में राज्यसभा के लिए निर्वाचित किया गया 12 मार्च 1977 ईस्वी को इनकी मृत्यु हो गई थी जानकी देवी यह प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी विजय सिंह पथिक की धर्मपत्नी थी 24 फरवरी 1930 को इनका विवाह विजय सिंह पथिक जी के साथ हुआ विवाह के पश्चात इन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय रूप से भाग लिया सीता देवी अलवर रियासत में नींमूचाणा में किसान रघुनाथ की बेटी थी इन्होंने अलवर रियासत में नींमूचाणा किसान आंदोलन में महिलाओं का नेतृत्व किया अंग्रेजों द्वारा किसानों पर गोलियां बरसाने के समय सीता देवी ने किसानों को ललकारा और कहा कि किसी भी स्थिति में ठिकाने को अधिक लगा नहीं देना! श्रीमती दुर्गावती देवी यह पंडित तारकेश्वर की पत्नी थी इन्होंने शेखावाटी किसान आंदोलनों में अपने पति का साथ भाग लिया 1939 ईस्वी में जयपुर प्रजामंडल आंदोलन में झून्झूनू जिले से महिलाओं का जत्था लेकर सत्याग्रह करने जयपुर पहुंच गई जहां 4 माह की सजा हुई इंदुमती गोयनका 15 वर्षीय इंदुमती ने जोधपुर में 1930 ईस्वी में राष्ट्रीय महिला समिति की स्थापना की व आंदोलन के दौरान विदेशी कपड़ों की दुकानों पर पिकेटिंग की मणि बहन पांड्या यह बागड़ के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी भोगीलाल पांड्या की धर्मपत्नी थी इन्होंने अपने पति के साथ स्वतंत्रता आंदोलनों में भाग लिया इन्हें वागड़ बा के नाम से भी जाना जाता है श्रीमती लक्ष्मी देवी आचार्य यह बीकानेर के श्रीराम आचार्य की धर्मपत्नी थी बीकानेर प्रजामंडल के संस्थापकों में से एक थी इन्होंने कोलकाता में 1930 -31 ईस्वी में विदेशी कपड़ों के बहिष्कार आंदोलन में भाग लिया 1932 ईस्वी में सविनय अवज्ञा आंदोलन में दो बार जेल गई 1940 ईस्वी में व्यक्तिगत सत्याग्रह में भी गिरफ्तार की गई श्रीमती रमा देवी इनका जन्म जयपुर में गंगासहाय के घर हुआ! 7 वर्ष की आयु में इनका विवाह हो गया लेकिन छोटी उम्र में ही विधवा हो गई इन्होंने बाद में गांधीवादी विचारक लादूराम जोशी से पुनर्विवाह किया 1931 ईस्वी में बिजोलिया किसान आंदोलन में भाग लेते हुए गिरफ्तार हुई 1932 ईस्वी में सविनय अवज्ञा आंदोलन में भाग लेते हुए भी जेल की यात्रा की! सुशीला त्रिपाठी यह अलवर के लोग जागरण के अग्रदूत लक्ष्मण स्वरूप त्रिपाठी की धर्मपत्नी थी उन्होंने अपने पति के साथ मद्रास में हिंदी का प्रचार का कार्य किया 1933 ईस्वी में दिल्ली के चांदनी चौक में सत्याग्रह किया जिसके लिए इन्हें 6 माह का कारावास मिला इन्होंने अलवर में जन जागरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई विजया बहन भावसार इन्होंने बांसवाड़ा के स्वतंत्रता सेनानी धूल जी भाई भावसार से विधवा विवाह किया था उन्होंने प्रजामंडल की सहयोगी संस्था के रूप में महिला मंडल का गठन किया श्रीमती सत्यभामा बूंदी के नित्यानंद की पुत्रवधू थी इन्हें गांधीजी की मानस पुत्री भी कहा जाता है इन्होंने ब्यावर में 1932 ईस्वी के स्वतंत्रता आंदोलनों में भाग लिया कालीबाई यह डूंगरपुर जिले की रास्तापाल गांव की एक बालिका थी रास्तापाल गांव में सेवा संघ द्वारा संचालित पाठशाला को डूंगरपुर महारावल ने बंद करने का आदेश दिया पाठशाला बंद करने के इस आदेश का रास्तापाल के ही सेवा संघ के कार्यकर्ता नानाभाई खाॕट ने विरोध किया 19 जून 1947 ईस्वी को डूंगरपुर रियासत की पुलिस ने नानाभाई खाॕट की निर्ममता से पिटाई कर हत्या कर दी पुलिस ने इस बार शाला के शिक्षक श्री सेंगा भाई को रस्सी से ट्रक के पीछे बांधकर घसीटा उसी समय 13 वर्षीय पीड़ित बालिका कालीबाई अपने खेत से घास काट कर घर लौट रही थी उसने अपने शिक्षक सेंगा भाई की जान बचाने के लिए अपनी दांतली से सेंगा भाई के कमर में बंधी रस्सी को काट दिया और अपने गुरु जी को मौत के मुंह से बचा लिया! इस पर ट्रक में बैठे पुलिस के जवानों ने कालीबाई को गोलियों से भून दिया इस घटना के अगले दिन 20 जून 1947 को काली बाई की मृत्यु हो गई रास्तापाल गांव में काली बाई की स्मृति में एक स्मारक बनाया गया है! डूंगरपुर में गैप सागर किनारे एक पार्क में काली बाई की प्रतिमा लगी है श्रीमती भगवती देवी विश्नोई 1933- 1934 ईस्वी में नरेली आश्रम में रहकर हरिजन जाति में समाज सुधार और शिक्षा प्रसार का कार्य किया 1938 ईस्वी में प्रजामंडल आंदोलन में भीलवाड़ा में गिरफ्तार हुई और 6 महीने उदयपुर सेंट्रल जेल में बंद रही श्रीमती शकुंतला देवी मेड़ता निवासी शकुंतला देवी ने जय नारायण व्यास के साथ मारवाड़ में तथा मुंबई में राष्ट्रीय आंदोलन में भाग लिया आंदोलन के दौरान जोधपुर में गिरफ्तार हुई उन्होंने बांसवाड़ा प्रजामंडल आंदोलन ने भी भाग लिया नगेंद्र बाला यह प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी केसरी सिंह बारहठ की पोैत्री थी इन्होंने 1942 ईस्वी के भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया 1941- 45 तक किसान आंदोलनों में सक्रिय रही इन्हे राजस्थान की प्रथम महिला जिला प्रमुख बनने का गौरव प्राप्त है यह दो बार विधायक भी रही 1960 ईस्वी में पहली बार कोटा की जिला प्रमुख बनी श्रीमती खेतू बाई इन्होंने बीकानेर में महिलाओं को आंदोलन में प्रेरित किया यह बीकानेर के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी वैद्य मंधाराम की बहिन थी! जिन्होंने दूधवाखारा किसान आंदोलन में महिलाओं का नेतृत्व किया वह आजीवन खादी वस्त्र धारण किया श्रीमती शांति त्रिवेदी इनका जन्म नागपुर में 1927 ईस्वी को हुआ इनका विवाह उदयपुर के परसराम त्रिवेदी के साथ हुआ इन्होंने उदयपुर में प्रजामंडल आंदोलन में स्वयं सेविका के रूप में काम किया और विद्यार्थियों में राष्ट्रीय चेतना का संचार किया उन्होंने 1947 ईस्वी में उदयपुर में राजस्थान महिला परिषद की स्थापना की इनका प्रसिद्ध कथन बिना आर्थिक मजबूती के राजनीतिक स्वतंत्रता का कोई अर्थ नहीं है पार्वती गहलोत जोधपुर निवासी पार्वती गहलोत को 1928 मे राजस्थान की प्रथम महिला डॉक्टर बनी बाद में उन्होंने 1936 में इंग्लैंड से उच्च शिक्षा प्राप्त की छगन बहन गोलेच्छा इनका जन्म 1930 ईस्वी में नागपुर महाराष्ट्र में हुआ 1961 ईस्वी में खींचन गांव जोधपुर की महिला सरपंच बनी यह राजस्थान में सरपंच बनने वाली प्रथम महिला थी! अरुणा राय इनका जन्म 26 मई 1946 ईस्वी को चेन्नई में हुआ यह भारतीय प्रशासनिक सेवा से चुनी गई! 1973 ईस्वी में इन्होंने सामाजिक कार्यों में भाग लेने के लिए भारतीय प्रशासनिक सेवा से त्यागपत्र दे दिया इन्होंने अपने पति बकंर राय के साथ मिलकर तिलोनिया गांव अजमेर में सोशल वर्क एंड रिसर्च सेंटर की स्थापना की! इन्होंने राजसमंद के देव डूंगरी गांव में मजदूर किसान शक्ति संगठन नामक एक संस्था की स्थापना की! सूचना का अधिकार लागू करवाने के लिए इन्होंने सबसे पहले आवाज उठाई ये रेमन मैग्सेस पुरस्कार (2000) प्राप्त करने वाली राजस्थान की प्रथम महिला है रूमा देवी इनका जन्म तक रावतसर गांव बाड़मेर में 1988 ईस्वी में हुआ उन्होंने 75 गांव की लगभग 22000 महिलाओं के हाथ के हूनर कशीदाकारी के माध्यम से रोजगार उपलब्ध करवाया राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 2018 ईस्वी में इन्हें नारी शक्ति पुरस्कार प्रदान किया सितंबर 2019 में इन्होंने कौन बनेगा करोड़पति के शो में भी भाग लिया 14 फरवरी 2020 को हाॕवर्ड विश्वविद्यालय अमेरिका के कार्यक्रम में अपने अनुभव साझा किए राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद के जयपुर में आयोजित कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय फैशन डिज़ाइनर रूमा देवी को दिसंबर 2021 में स्टेट ब्रांड एंबेसडर बनाया गया डॉ गिरिजा व्यास यह राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष बनने वाली प्रथम राजस्थानी महिला है केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने वाली राजस्थान की प्रथम महिला सांसद है राजमाता गायत्री देवी यह कूच बिहार पश्चिम बंगाल रियासत की राजकुमारी थी इनका जन्म 23 मई 1919 ईस्वी को लंदन में हुआ इनका विवाह जयपुर महाराजा सवाई मानसिंह से 9 मई 1940 को हुआ इन्होंने 1946 ईस्वी में जयपुर में महारानी गायत्री देवी स्कूल की स्थापना की यह राजस्थान की प्रथम महिला लोकसभा सदस्य बनी यह 1962 ईस्वी में स्वतंत्र पार्टी से राजस्थान लोकसभा सदस्य बनी यह जयपुर लोकसभा क्षेत्र से 192000 वोटों से विजय हुई जिनके लिए इनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है 29 जुलाई 2009 को जयपुर में इनका निधन हो गया! श्रीमती कृष्णा पूनिया इनका जन्म 5 मई 1977 को अग्रोहा हिसार हरियाणा में एक जाट परिवार में हुआ इनका विवाह चूरू जिले के गागड़वास गांव निवासी वीरेंद्र सिंह पूनिया के साथ हुआ यहां य़ह तथ्य उल्लेखित करना प्रासंगिक होगा कि वर्तमान में राजस्थान के मुख्य खेल अधिकारी वीरेंद्र सिंह पूनिया है कृष्णा पूनिया एक डिस्कस थ्रोअर खिलाड़ी है इन्होंने राष्ट्रमंडल खेल 2010 दिल्ली में डिस्कस थ्रो में स्वर्ण पदक जीता 2011 में इन्हें पदम श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया 2012 में राज्य चुनाव विभाग की ब्रांड एंबेसडर कृष्णा पूनिया को बनाया गया 26 अप्रैल 2013 को सीनियर फेडरेशन कप एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता यह वर्तमान में सादुलपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की विधायक हैं व राजस्थान क्रीड़ा परिषद की अध्यक्षा है श्रीमती प्रतिभा पाटिल इनका जन्म 1934 नाडगांव महाराष्ट्र में हुआ इनका विवाह देवी सिंह शेखावत से हुआ उपनाम :-छोटी लोसल की बड़ी बहू यह राजस्थान की प्रथम महिला राज्यपाल बनी यह 8 नवंबर 2004 से 23 जून 2007 तक राजस्थान की प्रथम महिला राज्यपाल रही इन्हें भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति बनने का गौरव प्राप्त हुआ यह 25 जुलाई 2007 से 25 जुलाई 2012 तक भारत की राष्ट्रपति रहे इन्हीं मैक्सिको के सर्वोच्च नागरिक सम्मान आर्डर ऑफ़ एज्टेग से सम्मानित किया गया श्रीमती वसुंधरा राजे इनका जन्म मध्य प्रदेश के ग्वालियर राजघराने में 8 मार्च 1953 ईस्वी को मुंबई में हुआ था इनके पिता का नाम जिवाजीराव सिंधिया और माता का नाम विजयाराजे सिंधिया था यह 1998- 99 में अटल बिहारी सरकार में विदेश राज्य मंत्री बनी इन्होंने राजस्थान की प्रथम महिला मुख्यमंत्री के रूप में 9 दिसंबर 2003 को शपथ ली! यह दो बार राजस्थान की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं यह झालरापाटन झालावाड़ से विधायक निर्वाचित होती रही है इनका विवाह धौलपुर के पूर्व महाराजा हेमंत सिंह से 17 नवंबर को 1971 में हुआ !वसुंधरा राजे ने लगातार पांच बार लोकसभा में प्रतिनिधित्व किया कमला बेनीवाल इनका जन्म 1927 ईस्वी को झुंझुनू के गोैरीर गांव में हुआ इन्हें राजस्थान की प्रथम महिला मंत्री व राजस्थान की प्रथम महिला उपमुख्यमंत्री बनने का गौरव प्राप्त है यह त्रिपुरा, गुजरात और मिजोरम के राज्यपाल रह चुकी हैं श्रीमती शारदा भार्गव इन्हे राजस्थान की प्रथम महिला सांसद बनने का गौरव प्राप्त है यह 1952 ईस्वी में राज्यसभा से निर्वाचित हुई थी यशोदा देवी इन्हे राजस्थान की प्रथम महिला विधायक बनने का गौरव प्राप्त है यह 1953 ईस्वी के उपचुनाव में बांसवाड़ा विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी से विजय प्राप्त कर राजस्थान विधानसभा की सदस्य बनी श्रीमती सुमित्रा सिंह यह भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व इन्हें राजस्थान की प्रथम महिला विधानसभा अध्यक्ष बनने का गौरव प्राप्त है यह 1957 में पहली बार कांग्रेस की टिकट पर विधायक बनी और यह 12वीं विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष बनी भक्ति शर्मा उदयपुर निवासी भक्ति शर्मा इंग्लिश चैनल तैरकर पार करने वाली राजस्थान की प्रथम महिला तैराक है 2010 में अटलांटिका महासागर भी पार कर चुकी है इन्हे राजस्थान की जलपरी कहा जाता है मिस लूटर:- इनका जन्म 1903 ईस्वी में क्योमा (बर्मा) में हुआ द्वितीय विश्वयुद्ध के समय भारत आ गई थी जयपुर की महारानी गायत्री देवी ने राजपूत घराने की लड़कियों की शिक्षा के लिए एक स्कूल शुरू किया मिस लूटर को उस महारानी गायत्री देवी स्कूल के प्राचार्य के पद पर नियुक्त किया महिलाओं की शिक्षा के लिए कार्य करने के लिए भारत सरकार ने उन्हें 1970 में पद्मश्री से सम्मानित किया 20 जून 1980 ईस्वी को जयपुर में देहावसान हो गया! वीना सहारण इनका जन्म रतनपुरा गांव चूरू में हुआ आई एल -76 विमान उठाने वाली देश की प्रथम महिला पायलट है स्नेहा शेखावत सीकर के हरदास का बास गांव की निवासी फ्लाइट लेफ्टिनेंट स्नेहा शेखावत ने 26 जनवरी 2012 को दिल्ली राजपथ पर वायुसेना की परेड का नेतृत्व किया है यह देश की प्रथम महिला वायुसेना अधिकारी है जिसने गणतंत्र दिवस परेड का नेतृत्व किया राज्यश्री कुमारी यह बीकानेर के महाराजा करणी सिंह की पुत्री है इनका जन्म 4 जून 1953 को बीकानेर में हुआ इन्हें निशानेबाजी के लिए 1968 में अर्जुन पुरस्कार मिल चुका है वर्तमान में यह महाराजा गंगा सिंह ट्रस्ट की चेयरपर्सन व बीकानेर लालगढ़ पैलेस की मालिक है संतोष अहलावत इनका जन्म 6 जुलाई 1963 को सूरजगढ़( झुंझुनू )में हुआ यह झुंझुनू लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र से 16वीं लोकसभा में भाजपा सांसद है यह से पहले सूरजगढ़ विधानसभा क्षेत्र से 2008 व 2013 में विधायक रह चुकी है रीमा दत्ता(अजमेंर) अर्जुन पुरस्कार 1966 प्राप्त करने वाली देश की प्रथम महिला तैराक है इन्हे राजस्थान की जलपरी भी कहा जाता है हमीदा बानो (उदयपुर) यह महाराणा प्रताप खेल पुरस्कार प्राप्त करने वाली राजस्थान की प्रथम महिला है इन्हे 1982-83 में महाराणा प्रताप पुरस्कार प्राप्त हुआ कमला देवी इन्होंने अजमेर से प्रकाशित प्रकाश पत्र किसे लेखन कार्य किया इनको राजस्थान की प्रथम महिला पत्रकार के रूप में जाना जाता है https://politicalrajasthan.blogspot.com/2022/12/blog-post_26.html
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