राजस्थान के नवीनतम जिलों और संभागों का परिचय भौगोलिक स्थिति और परीक्षापयोगी तथ्य
नवीनतम जिलों और संभाग से सम्बन्धित परीक्षा उपयोगी तथ्य..👇
▪️ रामलुभाया कमेटी की सिफारिश पर 17 मार्च, 2023 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान में 3 नए संभाग और 19 जिले बनाने की घोषणा की।
⚠️ 4 अगस्त , 2023 को कैबिनेट ने नवीन जिले और संभाग बनाने की स्वीकृति दी।
▪️5 अगस्त , 2023 को राजस्थान में 19 नए जिलों और 3 संभाग की अधिसूचना जारी हुई।
⭐️ 7 अगस्त, 2023 को राजस्थान के सभी नवीनतम जिलों और संभाग का उद्घाटन किया गया, अब राजस्थान में 50 जिले और 10 संभाग हैं।
नोट-6 अक्टूबर 2023 को तीन नए जिले कुचामन,मालपुरा,सुजानगढ़ के साथ ही 53 जिले हो जाएगे
(7 अगस्त से अधिसूचना प्रभावी)
महत्वपूर्ण तथ्य ...👇🏼
◼️ प्रशासनिक और भौगोलिक तौर पर अपरिवर्तित संभाग - कोटा
◼️ प्रशासनिक और भौगोलिक तौर अपरिवर्तित जिलों की संख्या - 14 (हनुमानगढ़, चूरू, सिरोही, राजसमंद, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, चितौड़ गढ़, कोटा, बारां, झालावाड़, बूंदी, दौसा व धौलपुर )
◼️ अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर स्थित जिले - 05 (बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर, अनूपगढ़ व श्री गंगानगर )
◼️ अंतर्राष्ट्रीय और अन्तर्राज्यीय सीमा पर स्थित जिले - 02 (बाड़मेर, श्री गंगानगर)
◼️ 2 राज्यों के साथ सीमा बनाने वाले जिले - 04 (डीग, बांसवाड़ा, धौलपुर, हनुमानगढ़ )
◼️अन्तर्राज्यीय सीमा बनाने वाले जिले - 25
◼️ अंतर्राष्ट्रीय व अन्तर्राज्यीय सीमा बनाने वाले जिले - 28
◼️ अंतर्वती जिले - 22
राजस्थान में नए 19 जिले निम्न है
1- अनूपगढ़ ,
2-गंगापुर सिटी,
3 कोटपूतली,
4-बालोतरा,
5-जयपुर शहर ,
6-खैरथल,
7-ब्यावर ,
8-जयपुर ग्रामीण,
9-नीमकाथाना,
10- डीग,
11-जोधपुर शहर ,
12- फलौदी,
13-डीडवाना,
16-जोधपुर ग्रामीण,
17- सलूंबर ,
18दूदू,
19केकड़ी ,
20सांचौर
21शाहपुरा
22 कुचामन
23 मालपुरा
24 सूजानगढ
नोट -जयपुर के दो हिस्से जयपुर शहर और जयपुर ग्रामीण,
व जोधपुर के दो हिस्से जोधपुर ग्रामीण व जोधपुर शहर बनाएं इस प्रकार कुल 19जिले बनाये गये।
👉🏻जिन जिलों से अलग होकर नए बने जिले...👇🏼
1. बालोतरा बाड़मेर से
2. शाहपुरा भीलवाड़ा से
3. सांचौर जालोर से
4. सलूंबर उदयपुर से
5. खैरथल- तिजारा अलवर से
6. डीग भरतपुर से
7. डीडवाना - कुचामन नागौर से
8. दूदू - जयपुर से
9. जोधपुर शहर और ग्रामीण जोधपुर से
10. जयपुर शहर और ग्रामीण जयपुर से
11. अनूपगढ़ बीकानेर और श्री गंगानगर से
12. गंगापुर सिटी सवाईमाधोपुर और करौली से
13. केकड़ी अजमेर और पाली से
14. कोटपुतली व बहरोड़ जयपुर और अलवर से
15. नीम का थाना सीकर और झुंझुनूं से
16. फलोदी जोधपुर और जैसलमेर (केवल नोख क्षेत्र) से
17. ब्यावर, अजमेर, पाली, राजसमन्द और भीलवाड़ा से
👉🏻विभिन्न राज्यों के साथ सीमा बनाने वाले जिलों में परिवर्तन..👇🏼
🔹 गुजरात के साथ अब जालोर की सीमा नहीं लगेगी, नवीन जिले सांचौर की लगेगी।
(कुल 6 जिले सीमा बनाते हैं - सांचौर, सिरोही, उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और बाड़मेर )
🔹 मध्यप्रदेश राज्य की सीमा के साथ जिलों के सम्बन्ध में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है, वहीं पुराने 10 जिलों की सीमा लगती हैं।
🔹 उत्तरप्रदेश राज्य के साथ अब तीनों जिलों की सीमा लगती हैं, धौलपुर व भरतपुर के साथ- साथ अब डीग जिले की भी सीमा लगेगी।
🔹 हरियाणा राज्य से जयपुर, सीकर और भरतपुर की सीमा हट गई हैं, उनके स्थान पर डीग , खेरथल, नीम का थाना और कोटपुतली - बहरोड़ की सीमा जुड़ी हैं।
(अब कुल 8 जिलों की सीमा लगती हैं - डीग, खैरथल, नीम का थाना, कोटपुतली - बहरोड़, अलवर, चूरू, झुंझुनू व हनुमानगढ़)
🔹 पंजाब के साथ सीमा में भी कोई परिवर्तन नहीं हुआ है।
(श्री गंगानगर व हनुमानगढ़)
🚫अन्य महत्वपूर्ण जानकारी...👇🏼
📢 जयसमन्द झील - सलूंबर जिला
📢 पचपदरा झील - बालोतरा
📢 बीसलपुर बांध - केकड़ी
📢 लसाडिया का पठार - सलूंबर
📢 विश्व प्रसिद्ध तांबे की खान खेतड़ी - नीम का थाना
📢 राजस्थान के जिले जिसमें नदी नहीं बहती है - 03 (बीकानेर, चूरू और फलोदी)
📢 बर व शिवपुर घाट - ब्यावर
📢 नर्मदा नहर बहाव क्षेत्र - बाड़मेर व सांचौर
📢 घंघर नदी - अनूपगढ़ , श्री गंगानगर हनुमानगढ़
📢 बाप क्षेत्र - फलोदी
🔺 सर्वाधिक जिलों वाले संभाग - जयपुर और अजमेर (7 जिले)
🔺 सबसे कम जिलों वाला संभाग - बांसवाड़ा (3)
🔹राजस्थान का भूगोल 7 अगस्त से काफी बदल गया है.
🔹अब 5 जिलों की सीमा पाकिस्तान से लगती है. पाँचवां जिला अनूपगढ़ है.
🔹इसी प्रकार अंतर्राज्यीय सीमा वाले जिलों में भी बदलाव हुआ है.
🔹अंतर्राज्यीय सीमा बनाने वाले जिलों की संख्या 23 से बढ़कर 25 हो गई है. अब सीकर और जयपुर के साथ हरियाणा की सीमा नहीं लगेगी.
🔹मत्स्य संघ में भी 4 की जगह 6 जिले होंगे.
🔹जयसमंद झील सलूम्बर में, पचपदरा झील अब बालोतरा जिले में स्थित है. बीसलपुर बांध अब केकड़ी में होगा.
🔹घग्गर नदी अब श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और अनूपगढ़ से बहेगी.।
🔹जैतारण के ब्यावर जिले में जाने से अब लूणी नदी पाली जिले से बाहर हो गई है.
🔹कांतली नदी का बहाव क्षेत्र झुंझुनूं, सीकर के अलावा नीमकाथाना भी होगा.
🔹नर्मदा का बहाव क्षेत्र बाड़मेर-जालौर के स्थान पर बाड़मेर-सांचौर होगा.
🔹 बनास के बहाव क्षेत्र में अब केकड़ी भी शामिल होगा.
🔹बिना नदी वाले जिलों में अब चूरू, बीकानेर के साथ फलौदी भी शामिल.
🔹बाप फोल्डर क्ले अब फलौदी में होगा.
🔹खेतड़ी अब नीमकाथाना में है तो ताँबे की खान का जिला भी बदला.
🔹गणेश्वर सभ्यता अब सीकर से सम्बंधित नहीं रही.
🔹बर और शिवपुर घाट दर्रे अब ब्यावर जिले का हिस्सा होंगे.
#दुदु-जिला सामान्य जानकारी
👉#दूदू जिला राजस्थान की राजधानी जयपुर से दूरी -60km
👉औसत ऊंचाई -377मीटर (1237 फीट)
👉कुल जनसंख्या 3,12,958
उपखण्ड -3
तहसील -3
👉दूदू ज़िले में सम्मिलित कुल गांव -341
👉कुल ग्राम पंचायत -60
👉 पंचायत समिति -3
👉कुल नगर पालिका -2
👉भाषा(बोलीं)- ढूंढाड़ी मारवाड़ी (बहुतायत में) हिन्दी अंग्रेजी
👉 लोकसभा क्षेत्र - अजमेर
👉वाहन पंजीकरण -RJ 47
।👉 जनसंख्या घनत्व 203 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर (2011के अनुसार)
👉 #साक्षरता दर 61.98
👉 #दूदू जिले कि जनसंख्या #जर्मनी के शहर #बोर्न के बराबर है।
👉 पर्यटन स्थल -शिव सागर वाटिका धाम (पालोलिया नाड़ी) साखून, पुरातत्व गढ़ पैलेस साखूनफोर्ट, छापरवाडा बांध, खाटु श्याम जी का मंदिर दूदू ,दादू खोल भेराना की पहाड़ी बिचुन, भुतो की बावड़ी मौजमाबाद(एक रात में निर्माण),
👉संत धन्ना भगत की जन्मस्थली -चौरु
👉 विशेष -आमेर शासक मानसिंह की जन्मस्थली मौजमाबाद 👉🏻 महत्यागी संत श्री मोहन दास जी मोनी बाबा की तपस्या स्थली साखून
-आधार कार्ड योजना की सुरुवात दूदू से हुई
-राज्य का प्रथम मेट्रो अस्पताल दूदू में बना
-प्रमुख मेला वीर तेजाजी मेला साखून,वीर तेजाजी मेला दूदू, मोहन महाराज का मेला खुडियाला
-प्रमुख दरगाह -पीर अमीर अली शाह की दरगाह
-500 वर्ष प्राचीन दिगम्बर जैन मंदिर मौजमाबाद ( गुफाओं का मंदिर)
-न्याय का चबूतरा मौजमाबाद (जब भी दो समुदायों या लोगों के बीच राड होती तो यहां न्याय किया जाता था बिना भेदभाव के)
-52 चुल्हो की हवेली मौजमाबाद (निर्माता -मोतीलाल पंचोली)
-फागी - प्राचीन नाम हीरापुर/हिम्मत नगर इसे अयोध्या नगरी भी कहा जाता था
-पद्मश्री से सम्मानित व्यक्ति - लक्ष्मण सिंह (लापोड़िया गांव) जल संरक्षण हेतु
* जिलों का परिचय:-*
राजस्थान में कुल 33 जिले व7 संभाग है बजट 2023-24 में राजस्थान सरकार ने 50 जिले व10 संभाग घोषित कर दिए ।राजस्थान के कुछ जिलों का परिचय निम्न प्रकार है
*अजमेर* :- अजमेर
27 मार्च 1112 में चौहान राजपूत वंश के तेइसवें शासक अजयराज चौहान ने बसाया...!!
*बीकानेर* :- बीकानेर का पुराना नाम जांगल देश
राव बीका जी राठौड़ के नाम से बीकानेर पड़ा.!!
*गंगानगर* :- महाराजा गंगा सिंह जी से गंगानगर पड़ा.!!
*जैसलमेर* :- जैसलमेर
महारावल जैसलजी भाटी ने बसाया.!!
*उदयपुर* :- महाराणा उदय सिंह सिसोदिया जी ने बसाया उनके नाम से उदयपुर पड़ा..!!
*बाड़मेर* :- बाड़मेर को राव बहाड़ जी ने बसाया.!!
*जालौर* :- जालौर की नींव 10वी शताब्दी में परमार राजपूतों के द्वारा रखी गई! बाद में चौहान राठौड़, सोलंकी आदि राजवंशो ने शासन किया..!!
*सिरोही* :- राव सोभा जी के पुत्र साहसमल ने सिरानवा हिल्स की पश्चिमी ढलान पर वर्तमान शहर सिरोही की स्थापना की थी
उन्होंने वर्ष 1425 ईसवी में वैशाख के दूसरे दिन द्वितिया पर सिरोही किले की नींव रखी..!!
*डूंगरपुर* :- वागड़ के राजा डूंगरसिंह ने ई.1358 में डूंगरपुर नगर की स्थापना की! बाबर के समय में उदयसिंह वागड़ का राजा था जिसने मेवाड़ के महाराणा के संग्रामसिंह के साथ मिलकर खानुआ के मैदान में बाबर का मार्ग रोका था..!!
*प्रतापगढ़* :- प्रताप सिंह महारावत ने बसाया..!!
*चित्तौड़*:- स्वाभिमान शौर्य त्याग वीरता राजपुताना की शान!
चित्तौड़ सिसोदिया गहलोत वंश ने बहुत शासन किया ! बप्पा रावल महाराणा प्रताप सिंह जी यहाँ शासन किया..!!
*हनुमानगढ़* :- भटनेर दुर्ग 285 ईसा में भाटी वंश के राजा भूपत सिंह भाटी ने बनवाया इस लिए इसे भटनेर कहाँ जाता हैं! मंगलवार को दुर्ग की स्थापना होने कारण हनुमान जी के नाम पर हनुमानगढ़ कहाँ जाता हैं..!!
*जोधपुर* :- राव जोधा ने 12 मई 1459 ई. में आधुनिक जोधपुर शहर की स्थापना की.!!
*राजसमंद* :- शहर और जिले का नाम मेवाड़ के राणा राज सिंह द्वारा 17 वीं सदी में निर्मित एक कृत्रिम झील! राजसमन्द झील के नाम से लिया गया हैं..!!
*बूंदी* :- इतिहास के जानकारों के अनुसार 24 जून 1242 में हाड़ा वंश के राव देवा ने इसे मीणा सरदारों से जीता और बूंदी राज्य की स्थापना की
कहा जाता हैं कि बून्दा मीणा ने बूंदी की स्थापना की थी तभी से इसका नाम बूंदी हो गया..!!
*सीकर* :- सीकर जिले को वीरभान ने बसाया ओर वीरभान का बास सीकर का पुराना नाम दिया.!!
*पाली* :- महाराणा प्रताप की जन्मस्थली एवं महाराणा उदयसिंह का ससुराल हैं पाली मूलतया पालीवाल ब्राह्मणों द्वारा बसाया गया हैं.!!
*भीलवाड़ा* :- किवदंती हैं कि इस शहर का नाम यहां की स्थानीय जनजाति भील के नाम पर पड़ता हैं! जिन्होंने 16वीं शताब्दी में अकबर के खिलाफ मेवाड़ के राजा महाराणा प्रताप की मदद की थी! तभी से इस जगह का नाम भीलवाड़ा पड़ गया..!!
*करौली* :- इसकी स्थापना 955 ई. के आसपास राजा विजय पाल ने की थी जिनके बारे में कहाँ जाता हैं कि वे भगवान कृष्ण के वंशज थे.!!
*सवाई माधोपुर* :- राजा माधोसिंह ने ही शहर बसाया और इसका नाम सवाई माधोपुर दिया..!!
*जयपुर* :-जयपुर शहर की स्थापना सवाई जयसिंह ने 1727 में की सवाई प्रताप सिंह से लेकर सवाई मान सिंह द्वितीय तक कई राजाओं ने शहर को बसाया..!!
*नागौर* :- नागौर दुर्ग भारत के प्राचीन क्षत्रियों द्वारा बनाये गये दुर्गों में से एक हैं! माना जाता हैं कि इस दुर्ग के मूल निर्माता नाग क्षत्रिय थे! नाग जाति महाभारत काल से भी कई हजार साल पुरानी थी! यह आर्यों की ही एक शाखा थी तथा ईक्ष्वाकु वंश से किसी समय अलग हुई..!!
*अलवर* :- कछवाहा राजपूत राजवंश द्वारा शासित एक रियासत थी। जिसकी राजधानी अलवर नगर में थी
रियासत की स्थापना 1770 में प्रभात सिंह प्रभाकर ने की थी..!!
*धौलपुर* :- मूल रूप से यह नगर ग्याहरवीं शताब्दी में राजा धोलन देव ने बसाया था! पहले इसका नाम धवलपुर था
अपभ्रंश होकर इसका नाम धौलपुर में बदल गया..!!
*झालावाड़* :- झालावाड़ गढ़ भवन का निर्माण राज्य के प्रथम नरेश महाराजराणा मदन सिंह झाला ने सन 1840 में करवाया था..!!
*दौसा* :- बड़गूजरों द्वारा करवाया गया था! बाद में कछवाहा शासकों ने इसका निर्माण करवाया..!!
*चूरु*-रियासती युग में चूरु बीकानेर रियासत का हिस्सा था। कहते हैं कि चूरु की स्थापना चूहड़ा जाट ने 1620 ई. में की थी। जिसके नाम से इसका नाम चूरू पड़ा।
*भरतपुर*-भरतपुर जाट राजवंश की राजधानी रहा भरतपुर का नाम राजा राम के भाई भरत के नाम पर पड़ा यहां के कुलदेवता राम का भाई लक्ष्मण जी है यहां के योग्यशाली राजाराम ने मुगल सम्राट अकबर की कब्र को खोदकर हड्डियों को जला डाला। महाराजा जवाहर सिंह ने दिल्ली के लाल किले के अष्ट धातु के किवाड़ को लाकर भरतपुर के किले में लगा दिया।
झुंझुनू - जिले की स्थापना झूझार सिंह जाट ने की थी
*जय राजस्थान जय भारत*
🙏🙏
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